Estd: 7th July 1952
स्थापना 7 जुलाई 1952
1919-1995
स्वागत सन्देश - अध्यक्ष एवं मंत्री
गुरदेव सिंह
संस्थान मंत्री
गीता बजाज बाल मंदिर संस्थान की वेबसाइट में आपका स्वागत है !
यह वेबसाइट फरवरी 2020 में हमारी संस्थापिका, महान गांधीवादी और स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय श्रीमती गीता बजाज के जन्मशती समारोह के अवसर पर प्रारंभ की गई थी. हमारा उद्देश्य है कि हम इसके माध्यम से न केवल स्वर्गीय गीता बजाज और उनके जीवन के बारे में वर्तमान पीढ़ी को जानकारी उपलब्ध करा सकें, बल्कि इसके ज़रिये बजाज बाल मंदिर संस्थान की दिन प्रतिदिन की गतिविधियों और प्रगति की जानकारी भी देते रहें.
इस ऐतिहासिक संस्थान की स्थापना आज से 73 वर्ष पूर्व श्रीमती गीता बजाज द्वारा समाज के वंचित वर्ग के कुछ नन्हे मुन्नों को साथ लेकर की गई थी और आपने अपने जीवन काल में इसे एक प्रतिष्ठित, उच्च गुणवत्तायुक्त व बालक बालिकाओं के सर्वांगीण विकास हेतु शिक्षा के केंद्र के रूप में उच्च माध्यमिक विद्यालय व महिला शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान के रूप में पुष्पित ,पल्लवित और वर्धित होते देख लिया था.
श्रीमती गीता बजाज ने गांधीजी की इच्छा अनुरूप गांधीवादी मूल्यों को अपने छात्र – छात्राओं से परिचित कराया. इस संस्था द्वारा प्रदान की जा रही शिक्षा में शैक्षिक उत्कृष्टता के साथ-साथ सामंजस्य पूर्ण सर्वांगीण व्यक्तित्व के विकास का ध्येय रखा गया है. यहां कराई जाने वाली पाठ्येतर गतिविधियां छात्रों की न केवल छिपी हुई प्रतिभा को बाहर लाती हैं वरन उनमें अपनी क्षमताओं पर भरोसा और आत्मविश्वास बढ़ाती है. यहां सिखाए गए कौशल विद्यार्थी को जीवन में आत्मनिर्भरता की ओर लक्षित है.
श्रीमती गीता बजाज ने ह्रदय से गांधीवादी होते हुए भी आधुनिक समय की आवश्यकताओं को कभी नज़रंदाज़ नहीं किया. उनमें नैतिकता और गांधीवादी मूल्यों की पकड़ को छोड़े बिना नए व पुराने के बीच संतुलन बनाए रखने की ख़ूबी थी, उसी के अनुरूप संस्थान में कंप्यूटर शिक्षा प्रारंभ की गई, साथ ही संस्थान अन्य उच्च सुविधाओं की उपलब्धता हेतु अग्रसर है.
इस प्रकार हमारा ध्येय प्रत्येक छात्र को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ छात्रों का सर्वांगीण विकास करना है जिससे वे एक अच्छे मनुष्य, देश के एक सुयोग्य नागरिक बनने के साथ-साथ वक़्त की चुनौतियों का भी सामना कर सकें. हमारा प्रयास उन्हें सीखने का ऐसा वातावरण प्रदान करना है जिससे उनका शारीरिक, मानसिक, सामाजिक विकास के साथ-साथ उनमें अच्छे नागरिक गुणों का भी विकास हो सके.
इस कार्य में सफल होने के लिए संस्थान प्रबंधन को आपका सहयोग अपेक्षित रहेगा और यही हम सबकी पूज्य गीता दीदी को उनकी 104 वी जयंती पर सच्ची श्रद्धांजलि होगी
अंत में मैं आपको सहर्ष सूचित करता हूं कि हमने विद्यालय में जुलाई 2023 के शैक्षणिक सत्र से प्राथमिक शिक्षा अंग्रेजी माध्यम से देना शुरू कर दिया है, जिसे हम भविष्य में उत्तरोत्तर रूप से माध्यमिक व उच्च माध्यमिक कक्षाओं में भी लागू करेंगे.
समस्त शुभकामनाओं सहित ….

