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गीता बजाज बाल मंदिर उच्च-माध्यमिक विद्यालय
सामान्य तथ्य,परिचय एवं पाठ्यक्रम

गुरु पूर्णिमा, 07 जुलाई 1952 के पुनीत-पावन दिन प्रारम्भ हुये इस विद्यालय की स्थापना स्व. गीता बजाज ने की थी, जो जयपुर एवं राजस्थान के जन-मानस में एक निर्भीक स्वतंत्रता सेनानी, समर्पित समाज सेविका, सच्ची गांधीवादी एवं शैक्षिक दूरदृष्टि के रूप में जानी जाती थीं. ज्ञातव्य है कि उन्हें वर्धा आश्रम में पूज्य ‘बापू’ के सान्निध्य में रहने का सुयोग भी मिला था.

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर एवं राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त यह उच्च माध्यमिक हिन्दी माध्यम सहशैक्षिक विद्यालय प्राचीन भारतीय जीवन मूल्यों तथा आधुनिकतम ज्ञान-विज्ञान का अदभुत एवं अपूर्व समन्वय है.

जयपुर नगर के बीचों-बीच स्थित विद्यालय परिसर 13,625 वर्ग मीटर में फैला हुआ है. हरे-भरे वृक्षों, घास के मैदानों तथा महकते पुष्पों एवं लताओं के बीच स्थित विद्यालय का भव्य भवन बरबस ही अपनी ओर आकृष्ट करता है. राजस्थान एवं जयपुर के जाने-माने संस्थान एवं स्थल- राजस्थान विश्वविद्यालय, एस.एम.एस. स्टेडियम, एस.एम.एस. अस्पताल तथा राम निवास बाग विद्यालय परिसर से 2 किमी. के दायरे में ही स्थित हैं.

शैक्षिक दर्शन

विद्यालय का उद्देश्य छात्रों को केवल पुस्तकीय ज्ञान में ही निष्णात करना नहीं, अपितु उसे समग्र जीवन शिक्षण देना है, बच्चे का शैक्षिक, शारीरिक,संवेगात्मक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक विकास करने के साथ ही उसे एक जिम्मेदार वैश्विक नागरिक बनाना भी है. उसमें सादगी, स्वदेशी, श्रम, स्वावलम्बन, सहिष्णुता एवं सहयोग जैसे जीवन मूल्यों को विकसित करना विद्यालय की प्राथमिकता है. “वसुधैव कुटुम्बकम्” हमारे लिए एक आदर्श उक्ति मात्र नहीं, हमारे आचरण का अंग है, हमारे शैक्षिक दर्शन का अंश है.

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर एवं राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त इस उच्च माध्यमिक हिन्दी माध्यम सहशैक्षिक विद्यालय की शिक्षा पद्धति प्राचीन भारतीय जीवन मूल्यों तथा आधुनिकतम ज्ञान-विज्ञान का अदभुत एवं अपूर्व समन्वय है.

उच्च माध्यमिक स्तर पर उपलब्ध संकाय

विद्यालय में उच्च माध्यमिक स्तर पर निम्नांकित तीन संकायों के अध्ययन की समुचित एवं उत्कृष्ट व्यवस्था है. इन संकायों के अंतर्गत अग्रांकित सभी विषय बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त है.

कला वर्ग

हिन्दी, अंग्रेजी, गृह विज्ञान, इतिहास, भूगोल, संस्कृत, राजनीति विज्ञान, कंठ-संगीत, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, चित्रकला, कम्प्यूटर-विज्ञान

वाणिज्य वर्ग

लेखाशास्त्र, व्यवसाय अध्ययन, अर्थशास्त्र, गणित, कम्प्यूटर-विज्ञान, हिन्दी टंकण व अंग्रेजी टंकण

विज्ञान वर्ग

भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, गणित

 

प्रयोगशालाएँ :

सैद्धांतिक ज्ञान को प्रयोगात्मक प्रामाणिक व्यावहारिक एवं स्व-अनुभवजन्य ज्ञान का रूप देने तथा शिक्षा विभाग एवं राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निर्देशों की क्रियान्विति के उद्देश्य से विद्यालय में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, भूगोल, गृह विज्ञान आदि विषयों की प्रयोगशालाएँ विकसित की गई हैं। प्रयोगशालाओं में सभी आवश्यक उपकरण, यंत्र, रसायन पर्याप्त मात्रा एवं रूप में उपलब्ध हैं। विद्यार्थी कुशल प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन एवं सहयोग में विभिन्न प्रायोगिक कार्य करते हैं।

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